राहुल गांधी विचार मंच हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष परमिंदर सिंह भंबा ने कहा की हरियाणा की भाजपा सरकार धान की खेती को खत्म करने के लिए नए नए शिगूफै हर साल छोड़ती रखती है! इस बार लेकिन सरकार हाद पार कर गई है, प्रदेश की लगभग आधी भूमि पर धान की खेती होने से रोके जाने का फरमान किसान भाइयों के लिए तुगलकी फरमान से कम नहीं है! अगर सरकार सच में किसान हितैषी होती तो इस तरह के फरमान जारी करने से पहले अन्य स्कीम चलाकर किसान की आय में वृद्धि करने के उपाय खोजती परंतु सरकार चाहती है कि किसान पूरी तरह बर्बाद हो जाये और अपनी जमीन को मजबूर होकर बडे बडे व्यापारियों को बेचकर उनका गुलाम बन जाये, इसका साफ़ उदाहरण कर्नाटक में मिल रहा है और बिहार में भी इसकी बात चल रही है! किसानी में निजीकरण बहुत खतरनाक स्थिति पैदा कर सकता है! क्यु की देश की आधे से अधिक आबादी आज भी कृषि से ही जुड़ी हुई है! हरियाणा सरकार को अपने फैसले के बारे में सोचना चाहिए, नहीं तो प्रदेश में इस फैसले के खिलाफ जगह जगह जो प्रदर्शन हो रहे हैं वह इस किसान और मजदूर विरोधी सरकार की जड़े हिलाकर रख देंगे!