हरियाणा की दो महीने पुरानी भाजपा (BJP) की नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) की सरकार से तीन निर्दलीय विधायक ने समर्थन वापस ले लिया है.इससे हरियाणा की राजनीति एकदम से गरमा गई है. इस बीच जननायक जनता पार्टी (JANNAYAK JANTA PARTY)(जेजेपी) ने कहा है कि वो कांग्रेस (Congress) को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. वहीं कांग्रेस ने नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है. इस बीच खबर आई है कि जेजेपी के चार विधायकों ने नायब सैनी से मुलाकात की है.यह खबर जेजेपी के लिए खतरे की घंटी की तरह है.जेजेपी में भी उसी तरह के बंटवारे की आशंका जताई जा रही है, जैसा महाराष्ट्र में शिव सेना और एनसीपी में हुआ है. जेजेपी विधायकों की बगावत जेजेपी में विधायकों की बगावत उस समय ही सामने आ गई थी, जब इस साल मार्च में हरियाणा में जेजेपी और भाजपा का गठबंधन टूट गया था.मनोहर लाल खट्टर की सरकार से अलग होने के बाद जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली के एक फार्महाउस में अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी.लेकिन इस बैठक में 10 में से केवल पांच विधायक ही शामिल हुए थे. बैठक में शामिल होने वाले विधायकों में नैना चौटाला, दुष्यंत चौटाला, राम