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हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने बिना शर्त इस्तीफा वापस लिया

 हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद सोमवार को कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने बिना शर्त अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने बीते शुक्रवार को ईमेल और व्हाट्सएप के जरिये विधानसभा सचिवालय, स्पीकर को अपना इस्तीफा भेजा था। इसके पीछे कारण गैंगस्टर से लगातार मिल रही रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकियों से परेशान होना बताया था।सोमवार दोपहर बाद सोनीपत से विधायक पंवार के इस्तीफे की खबर फैली। पंवार तो सामने नहीं आए लेकिन कांग्रेस मीडिया प्रभारी चांदवीर हुड्डा ने चर्चाओं को सिरे से खारिज किया। उसके कुछ देर बाद ही हाईप्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने पंवार का इस्तीफा मिलने की पुष्टि कीउन्होंने कहा कि ईमेल से शुक्रवार को पहले बिना हस्ताक्षर के इस्तीफा आया था। जब हस्ताक्षर कर भेजने के लिए कहा तो पंवार ने व्हाट्सएप पर इस्तीफा भेजा। इस पर महाधिवक्ता की राय ली गई है। इस्तीफे की खबर के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने पंवार को अपने चंडीगढ़ निवास पर बुलाया। अनेक कांग्रेस विधायकों की मौजूदगी में इस्तीफा देने के कारणों पर चर्चा हुई। 


सूत्रों के अनुसार पंवार ने गैंगस्टर की धमकियों को मुख्य कारण बताया। साथ ही कुछ निजी वजह भी बताईं। हुड्डा ने बिना शर्त इस्तीफा वापस लेने को कहा तो पंवार इस पर राजी हो गए। पंवार और तमाम कांग्रेस विधायक हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष से मिलने उनके आवास पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष तब मुख्यमंत्री आवास पर गए हुए थे। जानकारी मिलने पर वह कांग्रेस विधायकों से वहीं मिले। कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल और नीरज शर्मा ने कहा कि पंवार गैंगस्टरों की धमकियों से मानसिक तौर पर परेशान चल रहे हैं। परिवार पर बात आती है तो इसी तरह की स्थिति बनती है।


स्पीकर ने इस्तीफा वापस लेने का पत्र लिया: पंवार

सुरेंद्र पंवार ने कहा कि धमकियां मिलने से मैं परिवार सहित परेशान हूं। मैंने ईमेल पर इस्तीफा दिया था। अब बिना शर्त इस्तीफा वापस ले लिया है। स्पीकर ने इस्तीफा वापस लेने का पत्र लिया है।


पंवार ने लिखित में दिया: गुप्ता

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा सुरेंद्र पंवार ने इस्तीफा वापस लेने का लिखित पत्र दिया है। पंवार ने परिवार की सुरक्षा का जिक्र किया है। इस्तीफे पर कानूनी राय ली गई है। विधायकों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है और इस पर फिर से डीजीपी से बात की जाएगी। गृह मंत्री अनिल विज से भी बात की जाएगी।

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