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अमेज़न इंडिया में छंटनी की तैयारी: एआई और ऑटोमेशन पर फोकस के चलते 800–1000 कर्मचारियों की नौकरियाँ खतरे में

 अमेज़न इंडिया में छंटनी की तैयारी: एआई और ऑटोमेशन पर फोकस के चलते 800–1000 कर्मचारियों की नौकरियाँ खतरे में



नई दिल्ली — वैश्विक ई-कॉमर्स और टेक्नोलॉजी कंपनी अमेज़न ने भारत में 800 से 1000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है। यह कदम कंपनी के वैश्विक पुनर्गठन (Global Restructuring) अभियान का हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ऑटोमेशन को प्राथमिकता देना है। इस छंटनी से वित्त, मानव संसाधन (HR), मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी विभागों के कर्मचारी सबसे अधिक प्रभावित होंगे।


सूत्रों के अनुसार, अमेज़न अपने संचालन को अधिक कुशल और स्वचालित बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। कंपनी का मानना है कि एआई आधारित टूल्स और ऑटोमेटेड सिस्टम्स के ज़रिए लागत में कटौती और कार्यक्षमता में वृद्धि संभव है। इसी रणनीति के तहत भारत में कार्यरत कई विभागों का पुनर्मूल्यांकन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप यह छंटनी की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।


हालांकि अमेज़न ने आधिकारिक बयान में कहा है कि वह प्रभावित कर्मचारियों को आवश्यक सहायता और पुनर्वास विकल्प प्रदान करेगा, लेकिन टेक इंडस्ट्री में इस कदम को बड़ी तकनीकी कंपनियों में चल रहे बदलावों का संकेत माना जा रहा है। भारत में अमेज़न के हजारों कर्मचारी हैं, और यह छंटनी देश के डिजिटल रोजगार पर भी असर डाल सकती है।


विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव केवल अमेज़न तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य वैश्विक कंपनियाँ भी एआई और ऑटोमेशन आधारित मॉडल को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगी। ऐसे में भारत के युवाओं और पेशेवरों को नई तकनीकों में दक्षता हासिल करने की आवश्यकता है ताकि वे भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार रह सकें।


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