भारतीय एयरोस्पेस सेक्टर में ऐतिहासिक उछाल: वैश्विक कंपनियों की बढ़ती रुचि से उद्योग का मूल्य 250 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2 बिलियन डॉलर तक पहुंचा
भारत का एयरोस्पेस क्षेत्र तेजी से वैश्विक मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनियां अब भारत से बड़े पैमाने पर उपकरण, तकनीक और सेवाएं खरीद रही हैं, जिससे इस क्षेत्र का कुल मूल्य 250 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। यह उछाल न केवल भारत की तकनीकी क्षमता को दर्शाता है, बल्कि देश को एक विश्वसनीय सप्लाई चेन पार्टनर के रूप में स्थापित करता है।
इस अभूतपूर्व वृद्धि के बीच, भारतीय एयरोस्पेस कंपनियों द्वारा ₹5,700 करोड़ रुपये के आईपीओ लाने की तैयारी भी की जा रही है, जिससे निवेशकों को इस क्षेत्र में भागीदारी का सुनहरा अवसर मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि रक्षा और अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत की बढ़ती भूमिका, मेक इन इंडिया अभियान, और सरकारी प्रोत्साहनों ने इस विकास को गति दी है।
इस सेक्टर में हो रहे निवेश और तकनीकी नवाचार से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि भारत को वैश्विक एयरोस्पेस हब बनाने की दिशा में भी मजबूती मिलेगी। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था और रणनीतिक ताकत को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।

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