लद्दाख राज्य की मांग पर उठी आवाज दबाने का प्रयास? सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर पत्नी ने उठाए सवाल
प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता और नवाचार के प्रतीक सोनम वांगचुक की हालिया गिरफ्तारी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। उनकी पत्नी ने इस कार्रवाई को "राजनीतिक दबाव में लिया गया निर्णय" बताते हुए आरोप लगाया है कि सरकार ने उन्हें जानबूझकर हिरासत में लिया ताकि वे लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर चल रही वार्ताओं में भाग न ले सकें। उन्होंने वांगचुक को "तोड़ना मुश्किल है" कहते हुए यह भी जोड़ा कि वे हमेशा से जनहित के मुद्दों पर अडिग रहे हैं।
सोनम वांगचुक, जो शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में अपने नवाचारों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हैं, हाल ही में लद्दाख की स्वायत्तता और जलवायु संरक्षण को लेकर सक्रिय रूप से आवाज उठा रहे थे। उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई जब लद्दाख में राज्य की मांग को लेकर जन आंदोलन तेज हो रहा है।
इस मामले पर विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने भी चिंता जताई है। कई नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है और सरकार से पारदर्शिता की मांग की है। वहीं प्रशासन का कहना है कि वांगचुक की गिरफ्तारी कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है।
लद्दाख की जनता और देशभर के नागरिक इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह मामला क्षेत्रीय स्वायत्तता की मांग को और अधिक बल देगा या विरोध की आवाजों को दबाने की कोशिश के रूप में देखा जाएगा।

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