नई दिल्ली, 31 अक्टूबर 2025 — एकता दिवस के अवसर पर केवड़िया, गुजरात में आयोजित परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा और एकता को लेकर बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का लक्ष्य है कि देश में मौजूद सभी घुसपैठियों को पूरी तरह से हटाया जाए।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करते हुए कहा कि नेहरू ने सरदार वल्लभभाई पटेल को जम्मू-कश्मीर के पूर्ण विलय से रोक दिया था। मोदी ने सरदार पटेल को भारत की एकता का प्रतीक बताते हुए कहा, "अगर सरदार पटेल को जम्मू-कश्मीर का जिम्मा दिया गया होता, तो आज की स्थिति अलग होती।"
उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे और किसी भी प्रकार की आंतरिक कमजोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- घुसपैठियों को हटाने का संकल्प दोहराया गया।
- नेहरू पर ऐतिहासिक निर्णयों को लेकर सवाल।
- सरदार पटेल की विरासत को राष्ट्रीय एकता का स्तंभ बताया गया।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं की निगरानी को लेकर बहस तेज हो रही है। प्रधानमंत्री का यह संदेश राजनीतिक और सामाजिक हलकों में व्यापक चर्चा का विषय बन गया है।

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