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कर्नाटक में वोट डिलीशन घोटाला उजागर: अलंद क्षेत्र में दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं को निशाना बनाने की साजिश

 कर्नाटक में वोट डिलीशन घोटाला उजागर: अलंद क्षेत्र में दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं को निशाना बनाने की साजिश



कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में एक गंभीर वोट डिलीशन घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें लगभग 7,000 मतों को हटाने की कोशिश की गई। जांच एजेंसियों ने पाया कि यह साजिश विशेष रूप से दलित और अल्पसंख्यक समुदायों को चुनावी प्रक्रिया से बाहर करने के उद्देश्य से रची गई थी। प्रारंभिक जांच में कई संदिग्धों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय नागरिकों ने अपने नाम मतदाता सूची से गायब पाए और चुनाव आयोग से शिकायत की। तकनीकी विश्लेषण और दस्तावेजों की जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि मतदाता सूची में जानबूझकर बदलाव किए गए थे।


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना लोकतंत्र की नींव पर सीधा प्रहार है और इससे चुनावी निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) गठित कर दिया है और दोषियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाने का आश्वासन दिया है। इस घोटाले ने राज्यभर में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है, और विपक्षी दलों ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन की संज्ञा दी है।



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