करनाल अनाज मंडियों में धान खरीद घोटाले की गूंज: भारतीय किसान यूनियन ने CBI जांच की मांग की
करनाल, हरियाणा — करनाल जिले की अनाज मंडियों में धान खरीद प्रक्रिया को लेकर गंभीर अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने इस मामले में CBI जांच की मांग करते हुए दावा किया है कि मंडियों में बड़े पैमाने पर फर्जी किसानों के नाम पर धान की खरीद की गई है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश से अवैध रूप से धान लाकर हरियाणा की मंडियों में बेचा गया, जिससे राज्य की खरीद नीति और स्थानीय किसानों के हितों को भारी नुकसान पहुंचा है।
BKU के नेताओं का कहना है कि यह कोई सामान्य प्रशासनिक चूक नहीं, बल्कि एक संगठित घोटाला है जिसमें मंडी अधिकारियों, आढ़तियों और चावल मिल मालिकों की मिलीभगत शामिल है। आरोप हैं कि कई फर्जी किसान पहचान पत्रों के आधार पर पंजीकृत किए गए और उनके नाम पर धान की खरीद दर्शाई गई, जबकि असली किसान अपनी उपज बेचने के लिए मंडियों में भटकते रहे।
इस घोटाले से हरियाणा सरकार की खरीद नीति पर सवाल उठे हैं, जो राज्य के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने की गारंटी देती है। BKU ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।
स्थानीय प्रशासन ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन किसान संगठनों का कहना है कि केवल CBI जैसी स्वतंत्र एजेंसी ही इस घोटाले की गहराई तक पहुंच सकती है। इस बीच, करनाल की मंडियों में किसानों में रोष और असंतोष का माहौल बना हुआ है।

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