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अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 लाख करोड़ रुपये का फंड लॉन्च किया है, जिससे निजी क्षेत्र को उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाले R&D प्रोजेक्ट्स में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा

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नई दिल्ली। 05 नवम्बर 2025


देश में अनुसंधान एवं विकास (R&D) को नई गति देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 1 लाख करोड़ रुपये के विशेष फंड की शुरुआत की। इस फंड का मकसद निजी क्षेत्र को उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाले अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए यह कदम ऐतिहासिक साबित होगा।

सरकार का मानना है कि इस फंड से न केवल स्टार्टअप्स और उद्योग जगत को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश में नई तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन एनर्जी, बायोटेक्नोलॉजी और स्पेस रिसर्च जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल भारत को ‘विकासशील’ से ‘विकसित’ राष्ट्र की दिशा में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत के युवाओं में अपार प्रतिभा है और उन्हें अवसर देने की ज़रूरत है। यह फंड उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने और देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस फंड का उपयोग पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया जाएगा और इसका लाभ उन परियोजनाओं को मिलेगा जिनमें भविष्य की चुनौतियों का समाधान करने की क्षमता होगी।

 1 लाख करोड़ रुपये का यह फंड भारत में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है, जो देश की अर्थव्यवस्था और तकनीकी क्षमता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा।

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