करनाल में धान खरीद प्रक्रिया के दौरान बड़ा घोटाला सामने आया है। मंडी समिति के सचिव आशा रानी और नीलामी रिकार्डर यशपाल को फर्जी गेट पास जारी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। जांच में पाया गया कि इन अधिकारियों ने किसानों और आढ़तियों के नाम पर फर्जी गेट पास बनाकर धान की खरीद में अनियमितताएँ कीं। इससे सरकारी खरीद प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठे हैं।
प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की है और दोनों अधिकारियों को पद से हटाकर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने मिल मालिकों और बिचौलियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए, जिससे सरकारी खरीद केंद्रों पर धान की वास्तविक आवक और रिकॉर्ड में भारी अंतर पाया गया।
इस कार्रवाई से प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि धान खरीद में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों के हितों की रक्षा और सरकारी खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने कहा है कि आगे भी यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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