नई दिल्ली। 05 नवम्बर 2025
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण संकट लगातार गहराता जा रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 400 के पार पहुँच गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर की हवा स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है और इससे सांस की बीमारियों, आंखों में जलन और अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों की बाहरी गतिविधियों को सीमित करें और खेलकूद जैसी गतिविधियाँ फिलहाल बंद रखें।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें निर्माण कार्यों पर रोक, पानी का छिड़काव और वाहनों की निगरानी शामिल है। इसके बावजूद हालात में सुधार नहीं हो रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि पराली जलाने, वाहनों से निकलने वाला धुआँ और मौसम की स्थिति मिलकर हवा को और जहरीला बना रहे हैं।
राजधानी के लोग लगातार जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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